Anupama 31 August 2024 Written Update: स्टार प्लस के मशहूर शो अनुपमा के आज के एपिसोड में अनु मंदिर में अध्या का इंतजार कर रही होती हैं। मगर मेघा उसे लेकर कही और चली जाती है। और आज के एपिसोड में अनुज और अध्या का मिलन होता है।
आज के एपिसोड की शुरुआत में मेघा उसे लेकर घर से निकल जाती है और गाड़ी लॉक कर देती है। मंदिर जाने के बजाय मेघा एयरपोर्ट के लिए गाड़ी मोड़ लेती है जिसको देखकर आध्या डर जाती और वह चिल्लाने लगती है मेघा उसे अनुज और अनुपमा के साथ वाली तस्वीर देती है और कहती है कि वह अब उसे नहीं मिलेगी अध्या तस्वीर देखकर दंग रह जाती है की तभी रास्ते में मेघा के सामने एक जन्माष्टमी उत्सव की भीड़ रहती है वो गाड़ी वहां रोक देती है कि तभी अध्या धीरे से गाड़ी से निकलकर भागने लगती है मेघा भी उसके पीछे भागती है आध्या मंदिर जा पहुंचती है।
जब तक वह अनु को आवाज लगाती तब तक मेघा उसे पकड़ कर छुपा लेती है अनु को एहसास होता है कि उसकी बेटी जरूर किसी मुश्किल में है वह मंदिर के बाहर आती है और भगवान से प्रार्थना करती है कि उसकी बेटी को बिल्कुल ही ठीक रखें बार-बार भगवान से प्रार्थना करते ही जब वह पूछे पीछे घूमती है तो मेघा आध्या को वहां से खींचते हुए ले जाती है अनु मेघा के पीछे भागती है कि तभी उसके पांव में नारियल चुभ जाता है और उसके पैर से बहुत खून निकलता है मगर दर्द को इग्नोर करते हुए वह पीछे तो दौड़ती है मगर मेघा और आध्या उसे नहीं मिलते हैं मेघा आध्या को गाड़ी में बिठाकर गाड़ी लॉक कर देती है और गाड़ी जैसी स्टार्ट करती है कि अनु गाड़ी के सामने आ जाती है।
Anupama 31 August 2024 Written Update
वह गाड़ी बंद नहीं करती और वह गाड़ी शुरू करने ही लगती है अध्या पीछे से चिल्लाती है कि अनु गाड़ी से सामने से हट जाए मगर अनु नहीं हटती है मेघा स्पीड में गाड़ी आगे चलाती है और अनु की साइड से गाड़ी को घुमा देती है अनुज को एहसास होता है कि अनु उसके बगल में नहीं है तो वह उसे ढूंढने बाहर निकलता है सागर और बाला जब अनुज को यू बेचैन देखते हैं तो वह पूछते हैं कि वह किसे ढूंढ रहे हैं तो वह बताता है कि अनु न जाने कहां चली गई है तो वे लोग उसे सांत्वना देते हैं कि अनु यहीं कहीं मंदिर में ही होगी।
अनु अध्या को मेघा से बचा लेती है और अनुज से मिलती है अनुज की हालत देखकर आध्या रोने लग जाती है लेकिन तभी अनु की नजर मेघा पर जाती है जो चाकू लिए आध्या को जान से मारने का का इशारा करती है मगर अनु उसके हाथ से वह चाकू छीन लेती है पूरा आशा भवन वहां खड़ा हुआ आध्या और अनुज का मिलन देखता है और वे लोग बहुत खुश होते हैं।